Monday, November 12, 2012

શહેરની સફરે-જનરલ નોલેજની નજરે

ભારતનું શહેર-હૈદરાબાદ 

ભારતના રાજ્ય આંધ્રપ્રદેશની રાજધાનીનુ નગર હૈદરાબાદ છે.જેનુ બીજુ નામ ભાગ્યનગર છે.જેની સ્થાપના ઈ.સ 1591માં કુતુબશાહી વંશના પાંચમા મુહમ્મદ કુલી કુતુબશાહે જુના ગોલકોંડાથી થોડે દૂર મૂસી નદીના કિનારે કરી હતી.હૈદરાબાદ દક્ષિણ ભારતમાં તેલંગાણામા આવેલું છે.આ ભારતનું ઐતિહાસિક શહેર છે,જ્યાં ચારમિનાર અને મક્કામસ્જિદ પ્રખ્યાત છે.ચારમિનાર મુહમ્મદ કુલી કુતુબ શાહે 1591માં પ્લેગ રોગનો અંત આ વિસ્તાર થવાની યાદમાં શહેરની વચ્ચો-વચ્ચ બંધાવ્યો હતો.હૈદરાબાદનું જોડીયું શહેર સિકંદરાબાદ છે,જે બન્નેને હુસેનસાગર અલગ કરે છે.
હૈદરાબાદ નામ પાછળની એક પ્રસિધ્ધ ધારણા એવી છે કે,મુહમ્મદ કુલી કુતુબ શાહ ને એક વણઝારાની છોકરી સાથે પ્રેમ થઇ ગયો,જેનું નામ ભાગમતી.તેની સાથે લગ્ન કરી આ શહેરનુ નામ ભાગ્યનગર રાખ્યું.આગળ જતાં ભાગમતીએ ઇસ્લામ ધર્મ સ્વીકાર કરતાં તેનું નામ હૈદર મહલ રાખવામાં આવ્યુ.તેથી શહેરને પણ નવુ નામ હૈદરાબાદ મળ્યુ.
હૈદરાબાદમાં એશિયાનું ત્રીજા નંબરનું સૌથી મોટું બસસ્ટેશન છે,જેમાં 72 બસ પ્લેટફોર્મ  છે.જેનું નામ મહાત્મા ગાંધી બસ સ્ટેશન છે. અંહિયા બેગમ પેટ હવાઇ મથક આવેલું છે.
મુખ્ય જોવાલાયક સ્થળો

  • चार मीनार – नगर का मुख्य चिन्ह, जिसमें चार भव्य मीनारें हैं।
  • फलकनुमा महल – नवाब विकार-अल-उमरा द्वारा बनवाया हुआ, स्थापत्यकला का अनोख उदाहरण।
  • गोलकुंडा किला – शहर के किनारे स्थित, गोलकुंडा का किला, भारत के प्रसिद्ध व भव्य किलों में से एक है।
  • चौमहला महल- यह आसफ जाही वंश का स्थान था, जहां निज़ाम अपने शाही आगन्तुकों का सत्कार किया करते थे। 1750 में निज़ाम सलाबत जंग ने इसे बनवाया था, जो इस्फहान शहर के शाह महल की तर्ज़ पर बना है। यहां एक महलों का समूह है, जो दरबार हॉल के रूप में प्रयुक्त होते थे।
  • सलारजंग संग्रहालय – यह पुरातन वस्तुओं का एक व्यक्ति संग्रह वाला सबसे बड़ा संग्रहालय है। कई शताब्दियों के संग्रह यहां मिलते हैं।
  • मक्का मस्जिद – यह पत्थर की बनी है, व चारमीनार के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह अपने आकार, स्थापत्य एवं निर्माण में अद्वितीय है।
  • बिडला मंदिर (हैदराबाद, आंध्र प्रदेश) – यह हिन्दू मंदिर, नगर में एक ऊंचे पहाड़ पर स्थित है, जहां से नगर का नज़ारा दिखाई देता है, व पूरे नगर से यह दिखाई देता है। यह श्वेत संगमर्मर का बना है।
  • बिडला तारामंडल – नगर के बीच में नौबत पहाड पर स्थित, तारामंडल खगोल विज्ञान को नगर का नमन है।
  • चिलकुर बालाजी – श्री वेंकटेश्वर स्वामी को समर्पित यह मंदिर मेहंदीपटनम से 23 कि.मी. दूर है। इसे वीसा-बालाजी भी कहते हैं, क्योंकि लोगों की यह मान्यता है, कि अमरीकी वीज़ा का इंटरव्यू इनकी कृपा से सकारात्मक परिणाम देता है।
  • नेहरू जैविक उद्यानएशिया का सबसे बड़ा।
  • हुसैन सागर – यह कृत्रिम झील हैदराबाद को सिकंदराबाद से अलग करती है। इसके अंदर, बीच में गौतम बुद्ध की एक 18 मी. ऊंची प्रतिमा स्थापित है। इस द्वीप पर जिस पत्थर पर यह बनी है, उसे स्थानीय लोग जिब्राल्टर का पत्थर कहते हैं।
  • लाद बाजार - यहाँ चूड़ी बाज़ार है, जो चार मीनार के पश्चिम में है।
  • कमल सरोवर - जुबली हिल्स पर स्थित, तालाब के चारों ओर बना एक सुंदर बगीचा है, जिसे एक इतालवी अभिकल्पक द्वारा बनाया हुआ बताया जाता है। यह वर्तमान में हैदराबाद नगरपालिक निगम द्वारा अनुरक्षित है। यह कुछ दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों का घर भी है।
  • पुरानी हवेली - निज़ाम का आधिकारिक निवास।
  • कुतुब शाही मकबरे - कुतुबशाही वंश के शासकों के मकबरे यहैँ स्थित हैं, यह गोलकोंडा किले के निकट Shaikpet में है।
  • पैगाह मकबरा
  • संघी मंदिर - भगवान् वेंकटेश्वर को समर्पित एक मंदिर है।
  • स्नो वर्ल्ड - यह एक मनोरंजन पार्क है, जो कि इस उष्णकटिबंधीय शहर में लोगों बहुत कम तापमान व हिम का अनुभव देता है।
  • वर्गल सरस्वती देवी मंदिर - यह हैदराबाद से 50 किमी. दूरी पर मेडचल महामार्ग पर स्थित मंदिर है। यह एक बड़ी शिला पर स्थित है। इस मार्ग पर आरटीसी बसें उपलब्ध हैं।
  • माधापुर - हैदराबाद के अनेक सूचना-प्रौद्योगिकी तथा सूचना-प्रौद्योगिकी-समर्थीकृत-सेवाओं संबधित कार्यालयों का स्थान।
  • रामोजी फिल्म सिटी संसार का सबसे बड़ा समाकलित फ़िल्म स्टूडियो सम्मिश्र है जो लगभग 2000 एकड़ में फैला है। यह एशिया के सबसे लोकप्रिय पर्यटन एवं मनोरंजन केंद्रों में से एक है। 1996 में उद्घाटित। यह हैदराबाद से 25 किमी. दूर विजयनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-9) पर स्थित है।


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